भारतीय संविधान के शिल्पी और ‘भारत रत्न’ बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती के अवसर पर कछौना नगर पंचायत में विभिन्न स्थानों पर भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की गई। नगर पंचायत अध्यक्ष राधारमण शुक्ला के नेतृत्व में आयोजित इस कार्यक्रम में बाबा साहेब की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की गई और उनकी जयंती के उपलक्ष्य में केक काटकर उनके योगदान को उत्सवपूर्ण ढंग से याद किया गया।

कार्यक्रम के दौरान नगर पंचायत के कई प्रमुख स्थानों पर सामाजिक समरसता और समानता के प्रतीक बाबा साहेब को नमन करने के लिए लोग एकत्र हुए। राधारमण शुक्ला ने इस अवसर पर कहा, “बाबा साहेब ने स्वतंत्र भारत को हमारे संविधान के माध्यम से लोकतांत्रिक और न्यायपूर्ण बनाने का मार्ग प्रशस्त किया। उन्होंने प्रत्येक भारतीय के लिए अधिकार और अवसर सुनिश्चित किए, जिससे हर व्यक्ति सम्मानपूर्वक जीवन जी सके। उनका जीवन और विचार हमें आज भी प्रेरित करते हैं कि हम एक समावेशी और समृद्ध समाज की दिशा में काम करें।”
इस आयोजन में स्थानीय नागरिकों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और नगर पंचायत के कर्मचारियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। केक काटने की रस्म ने इस अवसर को और विशेष बना दिया, जिससे बाबा साहेब की जयंती को उत्साह और एकजुटता के साथ मनाया गया। कई स्थानों पर उनके जीवन और सामाजिक सुधारों पर चर्चा की गई। लोगों ने उनके द्वारा दलितों, वंचितों और महिलाओं के उत्थान के लिए किए गए कार्यों को याद किया और उनके दिखाए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया।

राधारमण शुक्ला ने आगे कहा, “अंबेडकर जी का सपना था कि भारत में कोई भी व्यक्ति जाति, धर्म या लिंग के आधार पर भेदभाव का शिकार न हो। उनकी जयंती हमें यह याद दिलाती है कि हमें उनके आदर्शों को अपने जीवन में उतारना होगा और समाज में एकता और भाईचारे को बढ़ावा देना होगा।”

यह आयोजन कछौना नगर पंचायत में सामाजिक एकता और बाबा साहेब के प्रति श्रद्धा का प्रतीक बन गया। स्थानीय लोगों ने इस पहल की सराहना की और उम्मीद जताई कि भविष्य में भी ऐसे आयोजन समाज में जागरूकता और समरसता को बढ़ाने में योगदान देंगे।