हरदोई जनपद में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसमें मृतक उपेश को अविवाहित घोषित कर उसकी पत्नी माधुरी और दो बच्चों के हक को छीन लिया गया। जांच में पता चला कि दैवी आपदा मद के चार लाख रुपये की आर्थिक सहायता मृतक की मां पुतानी उर्फ पुतन्नी के खाते में डाल दी गई और उसकी जमीन की वरासत मां व भाई मुल्ला के नाम कर दी गई। इस षडयंत्र में चकबंदी और राजस्व विभाग के कर्मचारी-अधिकारी तथा ग्राम प्रधान भी शामिल पाए गए।
जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह ने पीड़िता माधुरी के शिकायती पत्र पर कराई गई जांच के बाद सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए। अपर जिलाधिकारी प्रफुल्ल त्रिपाठी और अतिरिक्त मजिस्ट्रेट राकेश सिंह की रिपोर्ट में संडीला एसडीएम डॉ. अरुणिमा श्रीवास्तव सहित आठ लोग दोषी करार दिए गए। सात लोगों के खिलाफ एफआईआर, लेखपाल रामजी गुप्ता और चकबंदीकर्ता चंद्रवीर सिंह के निलंबन, साथ ही राजस्व लेखपाल विपिन कुमार और कानूनगो राजेश शुक्ला से चार लाख रुपये की वसूली के आदेश जारी किए गए। नायब तहसीलदार अनेक सिंह और तत्कालीन प्रभारी तहसीलदार राजेश कुमार के खिलाफ भी कार्रवाई की संस्तुति की गई है।
यह मामला प्रशासनिक भ्रष्टाचार और लापरवाही का गंभीर उदाहरण है, जिसमें पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए कठोर कदम उठाए जा रहे हैं।