एटा में टीबी रोगियों के लिए मसीहा बने समाजसेवी मानवेंद्र सिंह चौहान “मनु”
एटा: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 2025 तक टीबी मुक्त भारत के संकल्प को साकार करने के लिए समाजसेवी मानवेंद्र सिंह चौहान “मनु” ने एक बार फिर अनुकरणीय पहल की है। विश्व टीबी दिवस के अवसर पर उन्होंने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र निधौलीकलां में 5 टीबी रोगियों को गोद लिया और उनके 6 माह तक चलने वाले उपचार के दौरान संपूर्ण पोषण उपलब्ध कराने का संकल्प लिया। यह पहला अवसर नहीं है जब मनु ने समाज सेवा की मिसाल पेश की हो। इससे पहले भी उन्होंने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मारहरा में 5 टीबी मरीजों को गोद लिया था, जो आज पूर्ण रूप से स्वस्थ हैं।
यही नहीं, उन्होंने अब तक 100 से अधिक टीबी मरीजों को पोषण और उपचार में सहायता देकर उनके जीवन को नया आकार दिया है। समाजसेवा के क्षेत्र में अतुलनीय योगदान के लिए उन्हें उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और जिलाधिकारी प्रेमरंजन सिंह द्वारा सम्मानित किया जा चुका है। उनकी इस पहल को पूरे जनपद में सराहा जा रहा है। मनु ने कहा कि उनका लक्ष्य एटा को पूरी तरह से टीबी मुक्त बनाना है। वह लगातार जरूरतमंद मरीजों की मदद कर रहे हैं और भविष्य में भी ऐसे प्रयास जारी रखेंगे।

मानवेंद्र सिंह चौहान “मनु” समाजसेवा में वर्षों से सक्रिय हैं। चाहे गरीब परिवारों के लिए भोजन और राशन उपलब्ध कराना हो, त्योहारों पर जरूरतमंदों को खाद्यान्न वितरित करना हो या स्वास्थ्य सेवाओं में मदद देना, वह हमेशा अग्रणी भूमिका निभाते हैं। इस अवसर पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र निधौलीकलां के अधीक्षक डॉ. अनुज कुमार सिंह और वरिष्ठ उपचार पर्यवेक्षक अरविंद कुमार भी उपस्थित रहे।